मलमास का प्रभाव: ज्योतिषशास्त्र के अनुसार सूर्य हर 30 दिन यानि एक महीने बाद राशि परिवर्तन करता है। 12 महीनों में यह 12 राशियों पर विचरण करता है और जब यह धनु और मीन राशि पर जाता है, तब उन महीनों को मलमास कहा जाता है। धनु मलमास एक महीने तक रहेगा। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जानिए किस राशि पर क्या पड़ेगा मलमास का प्रभाव।
हिन्दू धर्म में हर माह का अपना एक अलग और विशेष महत्व है, इसके अलावा शुभ-अशुभ जैसी बातों का भी विशेष ध्यान रखा जाता है। 16 दिसंबर 2018 मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की नवमी से सूर्य देव, गुरू बृहस्पति की राशि धनु में प्रवेश के साथ ही धनु मलमास यानी खरमास लग गया। शास्त्रों में मलमास को दूषित महीना माना जाता है।
पौराणिक मान्यता है कि मलमास के दौरान शुभ विवाह, मांगलिक कार्य, भवन निर्माण, नया व्यापार तथा व्यवसाय, मुंडन, वधू प्रवेश, गृह प्रवेश हो या विवाह संबंधी कोई रिवाज इत्यादि सभी शुभ कार्य पूर्णत: निषेध होते हैं।
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किस राशि पर क्या होगा मलमास का प्रभाव
अब बात करते हैं उन राशियों की जो इस राशि परिवर्तन की वजह से सबसे ज्यादा प्रभावित होंगे। जानकारों के अनुसार सूर्य के राशि परिवर्तन से धनु, मीन के अलावा सूर्य की अपनी राशि, सिंह राशि के जातक भी प्रभावित होंगे। ये तीनों ही राशियों के लोग अपने भीतर शिथिलता का अनुभव करेंगे और किसी काम में अपना 100 प्रतिशत नहीं दे पाएंगे। उनके ऊपर आलस्य हावी रहेगा, किसकी वजह से उनके जरूरी काम भी अटक जाएंगे। आप अपने स्वास्थ्य में भी गिरावट देख पाएंगे। जानिए ज्योतिषशास्त्र के अनुसार किस राशि पर क्या पड़ेगा मलमास का प्रभाव।
मेष राशि– मेष राशि के लोगों के मान-सम्मान में वृद्धि होगी। उनके काम को पहचान मिलेगी, भाग्य उनका साथ देगा। हर कार्यों में सफलता मिलेगी।
वृषभ राशि– इस दौरान अपनी मेहनत पर भरोसा रखें। भाग्य पर बहुत ज्यादा आश्रित ना रहें। जितनी मेहनत करेंगे, उसके अनुसार ही फल मिलेगा। विवादों से बचें, सेहत का खास ध्यान रखें।
मिथुन राशि– यह समय आपके लिए सावधानी बरतने वाला है। अपने मान-सम्मान और विवादों को लेकर सतर्क रहें।
कर्क राशि– कर्क राशि के लोग अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें। कार्यों में रुकावटें आ सकती हैं। सफलता के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी।
सिंह राशि– इस दौरान सेहत का विशेष ध्यान रखना होगा। अनुकूल सफलता मिलने के योग हैं। जीवनसाथी के साथ प्रेम बढ़ेगा।
कन्या राशि– इस राशि के जातकों के जीवन पर मिला-जुला असर रहेगा। जीवनसाथी से मनमुटाव हो सकता है। ऑफिस (कार्यस्थल) में सम्मान और सफलता की स्थिति बनेगी।
तुला राशि– इस दौरान भाग्य आपका साथ देगा। आपके मान-सम्मान में बढ़ोतरी होगी। मित्रों का साथ मिलेगा, आर्थिक लाभ के योग हैं।
वृश्चिक राशि– इस राशि के लोगों का स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। आर्थिक लाभ के योग हैं। शत्रु भी आपका कुछ बिगाड़ नहीं सकेंगे।
धनु राशि– इस राशि के जातकों के मान-सम्मान में वृद्धि होगी। कार्यक्षेत्र में वृद्धि होगी। पिता की ओर से आर्थिक लाभ मिल सकता है। भाग्य का साथ रहेगा। इस दौरान आपकी महत्वकांक्षाएं पूर्ण होंगी।
मकर राशि– मकर राशि के जातकों के लिए यह समय ठीक रहेगा। इस समय शत्रु चाहकर भी आपका कुछ बुरा नहीं कर पाएंगे। यात्रा में सावधानी बरतें। स्वास्थ्य ठीक-ठाक रहेगा। इस दौरान कर्ज ना लें।
कुंभ राशि– मकर राशि के जातक इस दौरान कारोबार में उन्नति होगी। किसी स्त्री से सहयोग मिलेगा। अधिकारियों के साथ आपके संबंध मधुर होंगे। परिवार में मांगलिक कार्य हो सकते हैं।
मीन राशि– मीन राशि के जातकों के लिए यह महीना लाभदायक रहेगा। लाभ के योग हैं। प्रमोशन हो सकता है पर स्वास्थ्य का ध्यान रखे| वाणी पर नियंत्रण रखें, वरना बना बनाया काम बिगड़ सकता है।
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मलमास में क्या करें?
मलमास माह के दौरान भगवान विष्णु की पूजा नियमित रूप से करना चाहिए। इस मास में पड़ने वाली एकादशी तिथि को उपवास कर भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा कर उन्हें तुलसी के पत्तों के साथ भोग लगाने से समस्त सुखों की प्राप्ति होती है।
मलमास में प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नानादि से निवृत होकर भगवान विष्णु का केसर युक्त दूध से अभिषेक करें व भगवान विष्णु के मंत्र “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नम:” का तुलसी की माला से एक माला जाप करें।
प्रतिदिन सुबह जल्दी उठकर नहाने के बाद सूर्य को जल चढ़ाएं। इसके लिए तांबे के लोटे में जल भरें और इसमें चावल, लाल फूल, लाल चंदन भी डालें। पूर्व दिशा की ओर मुंह करके सूर्य देव को अर्घ्य चढ़ाएं। इस दौरान सूर्य मंत्र ‘ऊँ सूर्याय नम:’ का जाप करें। ऐसा करने से घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान मिलता है और भाग्योदय में आ रही बाधाएं दूर हो सकती हैं।
मकर संक्रांति पर्व पर समाप्त होता है खर मास
सूर्य एक माह बाद 14 जनवरी 2019 को सायं 08:00 बजे मकर राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही धनु (खर) मास की समाप्ति होगी। इस खास दिन को मकर संक्रांति पर्व मनाया जाता है। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करके दान किया जाता है। इस दिन से उत्तरायण प्रारंभ होता है जिसे देवताओं का दिन कहा गया है। विवाह समेत समस्त शुभ कार्य इस दिन से प्रारंभ हो जाते हैं।
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(इस आलेख में दी गई मलमास का प्रभाव : जानें किस राशि पर क्या होगा मलमास 2018-19 का असर की जानकारियां, ज्योतिषशास्त्र के मान्यताओं पर आधारित हैं, जिसे मात्र सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर प्रस्तुत किया गया है।)